THE BIKANER TIMES 2023। भारत में सदियों से तांबे के बर्तनों का प्रयोग हो रहा है। तांबे के बर्तनों में बना खाना हो या फिर इसके बर्तन में रखा पानी, सभी के अनेक फायदे हैं। आज के समय में तांबे के जग और लोटे की जगह लोग कांच और स्टील के बने बर्तनों का उपयोग करने लगे हैं लेकिन आज भी कई घरों में तांबे के बर्तन में पानी रखा जाता है। डॉक्टर भी तांबे के बर्तन में रखे पानी को फायदेमंद बताते हैं। इस पानी से इम्यूनिटी अच्छी होती है और पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। लेकिन अगर आप तांबे के बर्तन में रखे पानी के साथ कुछ गलतियां कर देते हैं तो ये पानी फायदे की जगह शरीर के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
तांबे के बर्तन में रखे पानी के साथ न करें ये गलतियां
अगर आप दिन भर तांबे की बोतल में रखा पानी पी रहे हैं, तो इससे शरीर में कॉपर की मात्रा बढ़ सकती है। जिसके कारण चक्कर आना, पेट दर्द और किडनी के फेल जैसे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
तांबे के बर्तन में रखा पानी भले ही फायदा करता है लेकिन अगर इसमें सुबह खाली पेट नींबू शहद मिलाकर पिया तो ये जहर का काम कर सकता है।
नींबू में पाया जाने वाला तत्व कॉपर के साथ मिलकर रिएक्ट करता है ऐसे में इसका पानी पीने से पेट दर्द, गैस और उल्टी की शिकायत हो सकती है।
तांबे के बर्तन में रखा पानी चार्ज हो जाता है, जिस वजह से इसकी तासीर गर्म हो जाती है। ऐसे में अगर आपको एसिडिटी की शिकायत रहती है तो इसका पानी न पिएं।
तांबे के बर्तन में खट्टी चीजें डालकर खाने से फूड पॉयजनिंग होने का डर रहता है।
किडनी या हार्ट के मरीज को तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
अगर आप तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते हैं तो इसे हर दिन नहीं धोना चाहिए बल्कि 15 दिन में एक बार नमक और नींबू या फिर रेत से साथ साफ करना चाहिए। अगर आप इसे हर दिन साफ करना चाहते हैं तो सिर्फ पानी से खंगाल सकते हैं।
ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।