बीकानेर नगर निगम साधारण सभा की बैठक में 553 करोड़ रुपए का बजट पारित, जानें शहर में विकास के लिए क्या हुई घोषणाएं

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The Bikaner Times –बीकानेर। बीकानेर नगर निगम की बुधवार को हुई साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही। बैठक में सत्ता पक्ष ने जहां 553 करोड़ रुपए का बजट पारित करवाया। वहीं विपक्ष ने आरोप लगाया कि वर्तमान निगम का पूरा कार्यकाल सिर्फ घोषणाओं में निकल गया। बीकानेर शहर में परिवर्तन के रूप में तो दूर, पुरानी व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त नहीं रखा जा सका। निगम मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। इस दौरान 553 करोड़ रुपए के बजट का प्रस्ताव रखा गया। जिसे बहुमत के साथ पारित कर दिया गया।

इस निगम बोर्ड का अंतिम बजट पेश किया गया। अगले बजट से पहले निगम के चुनाव होने हैं। ऐसे में नया बोर्ड ही अगला बजट पेश करेगा। निगम मेयर के रूप में सुशीला कंवर राजपुरोहित के कार्यों का आंकलन भी इस आम सभा के दौरान किया गया। भाजपा पार्षदों ने बोर्ड को सफल बताया तो कांग्रेस ने विफल।

बजट में क्या-क्या, देखें प्वाइंट टू प्वाइंट

नगरीय विकास कर का सर्वे नगर निगम द्वारा वर्ष 2005 में किया गया था जिसके पश्चात बीकानेर शहर के आधारभूत ढांचे में अमूलचूल परिवर्तन आया है बड़े स्तर पर व्यावसायिक एवं आवासीय भवनों का निर्माण हुआ है अत: नगरीय विकास कर से राजस्व प्राप्ति के उद्देश्य से नए सर्वे की स्वीकृति राज्य सरकार से प्राप्त हो चुकी है अत: नगरीय विकास कर के नए सर्वे हेतु एवं नगरीय विकास कर संग्रहण हेतु पृथक्क से निविदाएँ जारी की जानी प्रस्तावित है।
नगर निगम भण्डार में एकत्रित कबाड़ की निलामी से राजस्व अर्जित करने हेतु नियामनुसार राज्य सरकार के माध्यम से समिति का गठन किया जा चुका है जल्द ही पूर्ण पारदर्शिता से कबाड़ की निलामी की जानी प्रस्तावित है।

राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार 2017 में जारी परिपत्र की अनुपालना में अन्य राजस्व मद (ट्रेड लाईसेंस) में विभिन्न श्रेणियों की निर्धारित शुल्क वसूली हेतु उपविधि बनाते हुए राजस्व वसूली की जानी प्रस्तावित है।

नगर निगम स्वामित्व के बिखरे भूखंडों को भूमि शाखा से पंजीबद्ध करते हुए ई-बिड के माध्यम से बेचान किया जावेगा।
शहर की स्वच्छता तथा सुंदरता को बनाए रखना नगर निगम का प्राथमिक दायित्व है अमूमन ऐसा देखा गया है की आमजन खुले में अथवा सड़क पर गोबर एवं मलबा डालते है। इसकी रोकथाम के लिए खुले में गोबर अथवा मलबा डालने वालों पर 3,000 रुपये की शास्ति का प्रावधान किया जाता है। साथ ही राजस्थान नगर पालिका अधिनियम, 2009 में आवारा पशु पकड़े जाने पर रिहाई की दरें तय की गयी है जो की गाय एवं भैंस के लिए 5,000 रुपये प्रथम बार एवं 10,000 रुपये द्वितीय बार जिसके साथ ढुलाई के 500 रुपये अलग से तय हैं वर्तमान में नगर निगम द्वारा पशु रिहाई हेतु 1,100 की रसीद काटी जा रही है इस राशि को बढ़ाते हुए राजस्थान नगर पालिका अधिनियम के अनुसार किया जाना प्रस्तावित है।
निजी स्कूलों द्वारा समय-समय पर स्वच्छता प्रमाण-पत्र की मांग की जाती है। इस संबंध में शुल्क निर्धारित नहीं किया गया है। अत: निजी स्कूलो को स्वच्छता प्रमाण-पत्र हेतु स्कूल में विद्यार्थी क्षमता 200 तक 5,000 रूपये, 200 से 500 तक 10,000 रूपये तथा 500 से अधिक विद्यार्थी क्षमता पर 15,000 रूपये शुल्क निर्धारण किया जाता है।

नगर निगम राजस्व की बढ़ोतरी हेतु नगर निगम बीकानेर में कतिपय उपविधियाँ बनाई गयी है, परंतु कई ऐसी उपविधियाँ है जो बनाई जानी शेष है। ऐसी सभी उपविधियाँ बनाई जाकर निर्धारित राजस्व वसूली की जानी प्रस्तावित है।
बजट की उपलब्धता माननीय पार्षदों की अनुशंषा अथवा आवश्यकता के आधार पर शहर में निर्माण एवं विकास कार्यों हेतु कुल 30 करोड़ का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही महापौर की अनुशंसा से विशेष पैकेज के तहत राशि 05 करोड़ की सड़क तथा 2 करोड़ के नाली, क्रोस एवं सीवर कार्य का प्रावधान प्रस्तावित है।
बीकानेर शहर में स्थित सभी नालों को चिन्हित करते हुए वर्तमान स्थिति के मद्देनजर पुनरुद्धार एवं निकासी हेतु डीपीआर बनाकर राज्य सरकार को भेजी जानी प्रस्तावित है।
वल्लभ गार्डन क्षेत्र में गंदे पानी का संग्रहण बहुत गंभीर विषय है आये दिन पाल टूट जाने के कारण क्षेत्र के निवासियों को जान माल का खतरा बना रहता है इस स्थिति के स्थायी समाधान हेतु एकत्र होने वाले गंदे पानी के शोधन एवं निकासी हेतु डीपीआर बनाकर वित्तीय संसाधन एवं स्वीकृति हेतु राज्य सरकार को भेजा जाना प्रस्तावित है।

तालाबों के संवर्धन एवं पुनरुद्धार हेतु शहर में स्थित सभी तालाबों की डीपीआर बनाकर राज्य सरकार की अमृत सरोवर योजना के अन्र्तगत स्वीकृति एवं फंड एलोकेशन हेतु राज्य सरकार को भेजा जाना प्रस्तावित है।
नगर निगम द्वारा संचालित गौशाला की वर्तमान क्षमता 2500 पशुओं की है जो की शहर की स्थिति को देखते हुए उपयुक्त नहीं है, अत: गौशाला की क्षमता में बढ़ोतरी के उद्देश्य से 6 अर्धनिर्मित बाड़ों का निर्माण पूर्ण कर गौशाला की क्षमता को 5000 पशु किया जाना प्रस्तावित है।
आमजन को राहत देने के उद्देश्य से बनाए गए हेल्पलाइन कक्ष का पुनरुद्धार कर आमजन के बैठने तथा सुविधा दृष्टि से समस्त जनोपयोगी सेवाओं का सरलीकरण किया जाएगा।
नगर निगम बीकानेर में प्राप्त होने वाले समस्त पत्रों तथा जारी होने वाले समस्त पत्रों को अनुभाग वार ऑफलाइन डिस्पेच रजिस्टर के स्थान पर सॉफ्टवेयर बनाकर केंद्रीय रिसिप्ट एवं डिस्पेच अनुभाग बनाया जाएगा जिसमें प्राप्त पत्र स्कैन कर संबन्धित अधिकारी को आगामी कार्यवाही हेतु ऑनलाइन प्रेषित किया जाएगा साथ ही जारी होने वाले पत्र को भी सॉफ्टवेयर में इन्द्राज कर ऑनलाइन डिस्पेच नंबर जारी करवाते हुए सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा साथ ही प्रतिलिपि होने की दशा में प्रतिलिपि भी सॉफ्टवेयर के माध्यम से संबन्धित को प्रेषित की जाएगी।

सभी 80 वार्डों में प्रभावी स्वच्छता व्यवस्था तथा आमजन की स्वच्छता संबंधी शिकायतों के निवारण हेतु वार्ड कार्यालय की स्थापना की जावेगी जिसमें वार्ड के सभी सफाईकर्मी अपने उपकरण सुरक्षित रख पाएंगे साथ ही समस्त सफाईकर्मियों की उपस्थिति भी वार्ड कार्यालय में स्थापित बायो मेट्रिक मशीन के माध्यम से ली जावेगी तथा वेतन भी बायो मेट्रिक उपस्थिति के आधार पर दिया जावेगा।
कार्यालय में भी उपस्थिति हेतु समस्त कार्मिकों के लिए पुन: बायो मेट्रिक मशीनों की स्थापना की जावेगी तथा वेतन उपभोग भी इसी आधार पर किया जावेगा वार्डों में तथा कार्यालय में भी किसी भी कार्मिक की उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज नहीं की जावेगी उक्त कार्य 1 मार्च से अनिवार्य रूप से लागू किया जावेगा।
नगर निगम मुख्य कार्यालय हेरिटेज भवन होने के कारण इस भवन के मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए रिपेयर, अनावश्यक विद्युत तार, इंटरनेट तार आदि को हटाते हुए फर्श का पुनरुद्धार एवं सौंदर्यीकरण किया जाना प्रस्तावित है।
जयपुर बीकानेर मार्ग पर हल्दीराम प्याऊ के समीप नगर निगम सीमा में प्रभु श्रीराम को समर्पित श्रीराम प्रवेश द्वारा बनाए जावेगा।

रानीबाजार अण्डर ब्रिज से गोगागेट तक जाने वाले मार्ग का नामकरण ”छत्रपति शिवाजी महाराज मार्गÓÓ किया जाना प्रस्तावित है।
जैसलमर गजनेर मार्ग पर स्थित फ्लाइओवर ब्रिज का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में अटल सेतु किया जावेगा साथ ही इस फ्लाइओवर के नीचे खंभों एवं दीवारों पर स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में उनके युग प्रवर्तक ”सर्व शिक्षा अभियानÓÓ को समर्पित चित्र वाल पेंटिंग के माध्यम से उकेरे जाएँगे तथा फेंसिंग करते हुए बेंचेस लगाकर पब्लिक रीडिंग एरिया विकसित किया जाएगा।
दीनदयाल सर्किल से करणी नगर की तरफ जाने वाले मार्ग के दोनों तरफ स्थित राजकीय कार्यालयों के आगे सड़क किनारे ब्लॉक लगाते हुए सड़क पुनरूद्धार कर मार्ग को आदर्श मार्ग के रूप में विकसित किया जावेगा।
शहर में स्थित सभी सर्किल पर विकसित भारत एवं भारतीय संस्कृति दर्शन को आधुनिक लाइट के अक्षरों द्वारा स्लोगन वाक्य लिखकर सौंदर्यीकरण किया जावेगा।
नगर निगम कार्यालय में उपयुक्त कक्ष/स्थान चिन्हित कर सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त वी.सी. रूम तथा कॉन्फ्रेस रूम का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम चिकित्सालय के आगे मुख्य मार्ग पर व्याप्त अतिक्रमण एवं गंदगी से स्थायी निजात हेतु मुख्य मार्ग पर पीबीएम चिकित्सालय के द्वार को छोडते हुए शेष रिक्त स्थान पर स्लोप में उद्यान विकसित कर सौदर्यीकरण का कार्य किया जावेगा।
शहर में वर्षा जल भराव की स्थिति पर नियंत्रण तथा प्राकृतिक संपदा संरक्षण के उद्देश्य से वर्षा जल संरक्षण हेतु विभिन्न स्थानों पर वॉटर हार्वेस्टिंग प्लांट (वर्षा जल संरक्षण सयंत्र) स्थापित किए जाएँगे जिसमें पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गजनेर रोड पर स्थित राजस्थान पत्रिका के कार्यालय के आगे वर्षा जल संरक्षण सयंत्र की स्थापना की जावेगी।
बीकानेर शहर की बदलती भौगोलिक सरंचना तथा बहुमंजिला इमारतों में अग्नि संबंधी दुर्घटना से सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन हेतु 52 मीटर हाइड्रोलिक लेडर तथा 2 वॉटर वाउजर क्रय किए जाने प्रस्तावित है।
नगर निगम बीकानेर में वर्तमान में स्वीकृत स्टाफिंग पेटर्न पूर्व में नगर परिषद् अनुसार यथावत स्वीकृत है। नगर निगम के कार्यो एवं वर्तमान योजनाओं के सुचारू संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु नवीन स्टाफिंग पेटर्न तैयार किया जाना आवश्यक है। राजस्थान नगर पालिका अधिनियम, 2009 के अन्तर्गत नवीन स्टाफिंग पैटर्न तैयार कर राज्य सरकार का पे्रषित किया जाना प्रस्तावित है।
बीकानेर नगर निगम में स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत पर्यावरण एवं ठोस कचरा प्रबंधन हेतु 2 अधिशाषी अभिंयता (पर्यावरण एवं ठोस कचरा प्रबंधन) व 6 कनिष्ठ अभियंता (पर्यावरण एवं ठोस कचरा प्रबंधन) के पद सजृन के लिए अनुमोदन पश्चात स्वीकृति हेतु राज्य सरकार को प्रेषित किया जाना है।
बीकानेर नगरीय क्षेत्र में जनसंख्या/क्षेत्रफल के आधार पर सफाईकर्मीयों की भारी कमी है। जनसंख्या के आधार पर सफाई कर्मचारियों के पदों की संख्या बढ़ाने तथा इसी अनुसार सफाई कर्मचारी भर्ती करवाई जानी प्रस्तावित है।

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