
The Bikaner Times -बीकानेर। खाजूवाला के सरकारी अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर और महिला नर्सिंग कर्मचारी का वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि गेस्ट रूम में चाय पीकर बाहर निकलते हुए डॉक्टर और नर्स का सामान्य वीडियो बनाया लेकिन अभद्र तरीके से बदनाम किया गया। अब रेडियोग्राफर के खिलाफ डॉक्टर ने नामजद एफआईआर दर्ज करा दी है।
खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. ने मामला दर्ज कराया है कि अस्पताल के रेडियोग्राफर रमेश कुमार ने उसका व एक महिला नर्सिंग कर्मी का सामान्य वीडियो बनाया और ऐसे प्रदर्शित किया कि हम कोई गलत काम कर रहे हैं। डॉ. गोदारा सीएचसी खाजूवाला में 18 महीने से पदस्थापित हैं। हमेशा की तरह वह अस्पताल के अन्य डॉक्टर सहित नर्सिंग स्टाफ अस्पताल परिसर में ही बने गेस्ट रूम में सुबह 11 बजे चाय नाश्ता करने के लिए एकत्र होते हैं। इस गेस्ट रूम के साइड में सामने की तरफ एक्स रे रूम है, जहां रमेश कुमार रेडियोग्राफर हैं। जब हम डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ बाहर निकल रहे थे तब रेडियोग्राफर रमेश कुमार ने डॉक्टर व नर्सिंग ऑफिसर का वीडियो बना लिया। इसी वीडियो के आधार पर रमेश कुमार ने धमकाना शुरू कर दिया कि रुपए दो, नहीं तो इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दूंगा। फिर वीडियो बनाकर असामाजिक, अमयादित, अभद्र टिप्पणी लिखकर ब्लॉक सीएमएचओं, ब्लॉक प्रोग्रामर व नर्सिंग ऑफिसर अन्य महिला कर्मचारी को भेज दिया। उसने धमकाया कि अभी तो कुछ लोगों को ही वीडियो भेजा हैं और रुपए नहीं देने पर सोशल मीडिया के ग्रुप में वीडियो व टिप्पणी लिखी जाएगी। जान से मारने की धमकी भी दी गई।
घर में घुसकर धमकाया
डॉ. गोदारा ने एफआईआर में बताया कि शुक्रवार शाम को 7 बजे अचानक से रेडियोग्राफर रमेश डॉक्टर के आवास में घुस गया। धमकाया कि कानूनी कार्रवाई करोगे तो वह एससी/एसटी का झूठा मुकदमा दर्ज करा देगा।
षडय़ंत्र में और भी शामिल
आरोप है कि रेडियोग्राफर आरोपी रमेश कुमार के साथ कुछ और भी लोग शामिल है, जिन्होंने वीडियो बनाने और वायरल करने का प्रयास किया है। षड्यंत्र में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई हैं। खाजूवाला पुलिस ने आरोपी रेडियोग्राफर रमेश सहित अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फर्जी सिम से वायरल
अब तक की जांच में सामने आया है कि जिस सिम से वीडियो व मैसेज वायरल करने का प्रयास किया गया, वो चूरू जिले के किसी मजदूर के नाम से हैं। ये मजदूर कुछ समय पहले यहां रहता था लेकिन उसका मोबाइल खो गया। उसी मोबाइल की सिम से ये वीडियो भेज गए। इस सिम को सीकर सहित अन्य स्थानों से रिचार्ज करवाया गया।