
The Bikaner Times –राजस्थान में अब हर चुनाव में सत्ता परिवर्तन का लगभग ट्रेंड बन गया है। वहीं, वोटिंग का प्रतिशत भी यह बताने में कामयाब रहता है कि कौन-सी पार्टी सत्ता में होगी। पिछले चार चुनावों से ऐसा ही देखने को मिल रहा है। वोट प्रतिशत यदि 3 से 6 फीसदी तक बढ़ता है तो फायदा भाजपा को मिलता है। वहीं, वोट प्रतिशत एक प्रतिशत तक कम हुआ तो कांग्रेस की वापसी होती है। यह एक पैटर्न है, जो 1998 के इलेक्शन से देखने को मिल रहा है, इसलिए राजस्थान में वोटिंग का घटना या बढऩा काफी हद तक रिजल्ट की दिशा तय कर देता है।
पिछले 4 चुनावों से चला आ रहा चुनावी ट्रेंड कुछ इस प्रकार है…
2003 में 3.79 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग, भाजपा की वापसी
साल 1998 के चुनाव में राजस्थान में 63.39 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस इलेक्शन में 200 में से 153 सीटें कांग्रेस और 33 सीटें भाजपा ने जीती थी। वहीं, 2003 में हुए इलेक्शन में कुल 67.18 प्रतिशत वोटिंग हुई। यहां 1998 के मुकाबले 3.79 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ और सत्ता परिवर्तन भी। भाजपा ने इस चुनाव में 120 सीटें जीतकर सरकार बनाई। जबकि कांग्रेस 56 सीटों पर जीती थी। इन चुनावों में भाजपा को 39.85 फीसदी और कांग्रेस को 35.65 प्रतिशत वोट मिले।
2008 में 0.93 प्रतिशत कम वोटिंग, कांग्रेस को सत्ता
साल 2003 की तुलना में 2008 के चुनाव में वोटिंग प्रतिशत 0.93 प्रतिशत कम रहा। वोटिंग पर्सेंटेज गिरने के साथ भाजपा की सीटें भी कम हो गईं। साल 2003 में जहां बीजेपी को 120 सीटें मिलीं। वहीं, 2008 के चुनाव में वह 78 सीटों पर सिमट गई। जबकि कांग्रेस 56 सीटों से बढ़कर 96 सीटों पर पहुंच गई। कांग्रेस को भाजपा से 1.32 प्रतिशत वोट ज्यादा मिले थे। हालांकि इस चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था, लेकिन फिर भी कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रही।
2013 में 8.79 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग, भाजपा लौटी
साल 2013 में पिछले कुछ चुनावों का ट्रेंड नहीं बदला। 2013 में 75.04 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जो कि 2008 में हुई वोटिंग से 8.79 फीसदी ज्यादा थी। इस चुनाव में भाजपा को 163 सीटें मिलीं। वहीं, कांग्रेस मात्र 21 सीटों पर सिमट गई। भाजपा का वोट शेयर 45.50 प्रतिशत, जबकि कांग्रेस का 33.31 फीसदी रहा। पिछले चुनाव के मुकाबले कांग्रेस का वोट शेयर केवल 2.29 प्रतिशत गिरा, लेकिन सीटें 75 कम हो गईं। वहीं, भाजपा का वोट शेयर 2008 के मुकाबले 8.58 फीसदी बढ़ गया। वहीं, सीटें 85 बढ़ गईं।
2018 में वोटिंग प्रतिशत गिरा, कांग्रेस जीती
वोटिंग ट्रेंड से सत्ता बदलने के संकेत इस बार भी सही साबित हुए और कांग्रेस की वापसी हुई। साल 2013 की तुलना में 2018 में वोटिंग प्रतिशत 0.98 फीसदी कम रहा। 2018 में 74.06 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं, 2013 में वोटिंग का प्रतिशत 75.04 था। इस साल कांग्रेस ने 100 सीटें जीतकर वापसी की तो भाजपा को 73 सीटें मिलीं। भाजपा को इस चुनाव में 39.08 प्रतिशत वोट के साथ 73 सीटें मिलीं। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर 40.64 फीसदी रहा।
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