
The Bikaner Times – “गर्मी में हाल बेहाल, रोज़ 10 हजार से ज्यादा बिजली की शिकायतें, लेकिन चीफ इंजीनियर साहब कहते हैं—’कहीं कोई कटौती नहीं… मुझे तो एक भी फोन नहीं आया।'”
जयपुर….
16971 मेगावाट, बिजली की पीक डिमांड…
3581.23 लाख यूनिट, बिजली सप्लाई रोजाना
3244.02 लाख यूनिट, अनुबंधित स्रोतों से बिजली
337.21 लाख यूनिट, एक्सचेंज से बिजली खरीद
1363 लाख यूनिट (5681 मेगावाट) उत्पादन निगम.!
प्रदेशभर में बिजली वितरण निगमों (डिस्कॉम्स) का पावर मैनेजमेंट फेल साबित हो रहा है। बिजली की डिमांड 16971 मेगावाट तक पहुंच गई है। डिस्कॉम्स व प्रसारण निगम के इंजीनियरों की लापरवाही के चलते ग्रिड सब स्टेशन व फीडर में फॉल्ट व ट्रिपिंग से बार-बार बिजली गुल हो रही है। आम लोगों के दोपहर में तेज गर्मी से हाल-बेहाल हैं तो रात को फॉल्ट से चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं.!
अकेले जयपुर डिस्कॉम में बिजली सप्लाई बंद की रोजाना 10 हजार शिकायतें आ रही हैं। इस मामले में जब डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर आरके जीनवाल से सवाल किए तो उल्टा सवाल किया कि कहां- बिजली बंद हो रही है? बिजली सप्लाई को लेकर मेरे पास कोई फोन नहीं आ रहा है। सब उपभोक्ता संतुष्ट हैं। कहीं भी किसी तरह की कटौती नहीं है। कुछ लोग जबरन माहौल बना रहे हैं.!
पता था 10% खपत बढ़ेगी, नहीं की व्यवस्था, अब 10 रु. प्रति यूनिट तक महंगी खरीद रहे….
प्रदेश में बिजली सप्लाई का आंकड़ा 3581.23 लाख यूनिट तक पहुंच गया है, जबकि पिछले साल मई में 3410 लाख यूनिट था। किल्लत के चलते 10 रु. प्रति यूनिट तक महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है। जयपुर शहर (जेसीसी) व जयपुर ग्रामीण (जेपीडीसी) क्षेत्र सिस्टम मेंटेनेंस पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी लगातार अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी में बिजली की डिमांड 10% तक बढ़ने का आकलन होने के बाद भी डिस्कॉम्स की ओर से समय पर बिजली की व्यवस्था नहीं की गई.!
दिन में सोलर से बिजली, रात होते ही अंधेरा….
अघोषित बिजली कटौती को लेकर जनता व जनप्रतिनिधियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सूरतगढ़ सहित कई इलाकों में बिजली कटौती के विरोध में जनप्रतिनिधि व लोग आंदोलन पर उतारू हैं। चूरू में दो दिन पहले लोगों ने बिजली कटौती के खिलाफ जाम लगाया था। प्रदेश के अन्य इलाकों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। दिन के समय सोलर प्लांटों से पर्याप्त बिजली मिलती है, लेकिन सूरज ढलने के साथ ही ग्रामीण इलाकों में अघोषित बिजली कटौती शुरू हो जाती है। रातभर बिजली की आंख-मिचौली के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। पीक ओवर शाम 7 से रात 11 बजे तक सबसे फॉल्ट व ट्रिपिंग हो रही है.!