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अंधविश्वास की पराकाष्ठा: आत्मा भगाने के लिए तांत्रिक ने युवती को गर्म सलाखों से दागा, हालत बिगड़ी, पुलिस ने दोषियों के खिलाफ दर्ज किया मामला,देखें पुरी खबर

The Bikaner Times:- ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास का बोलबाला लगातार बना हुआ है केंद्र और राज्य सरकार आम आदमी को जागरूक करने को लेकर लगातार जागरूक करने के समय-समय पर प्रयास किए जाते हैं। सरकारी संस्थाओं द्वारा भी आम जन को अंधविश्वास के प्रति जागरूक किया जाता है लेकिन आज भी ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले ज्यादातर लोग अंधविश्वास के शिकार बने हुए हैं।

नोखा के उपखंड मुख्यालय की ग्राम पंचायत कक्कू जो यहां से मात्र 18 किलोमीटर दूर है एक युवती को तंत्र मंत्र के चक्कर में जगह जगह से जला दिया गया।18 साल की युवती को उसके शरीर में भूत होने की बात बढ़कर एक तांत्रिक ने उसे जगह-जगह सलाखों से दाग दिया, लड़की को उसके परिजन घायल अवस्था में जिला अस्पताल लेकर आए हैं जहां डॉक्टर उपचार करने जुटे है।

पीड़ित लड़की के पिता रामगोपाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पंडित का कार्य करके अपने परिवार का पालन पोषण करते है कक्कू गांव का निवासी है। उसकी पुत्री वर्षा जो 18 साल की है गत दिनों स्कूल से घर आने के दौरान अचानक उसकी थोड़ी तबीयत खराब रहने लग गई तो घर की महिलाएं एक तांत्रिक के चक्कर में आ गई।तांत्रिक ने लड़की को स्वस्थ करने का बहाना बनाकर लगभग 10 हजार रु की हवन सामग्री मंगवाकर उसके घर में पूजा पाठ करवाकर लडकी के जल्दी स्वस्थ होने की बात की तो उसने पूजा भी करवाई लेकिन जब भी उसकी मासूम बेटीकी तबीयत ठीक नहीं हुई तो वह वापस तांत्रिक के पास पहुंचे।तांत्रिक देवीसिंह द्वारा अपने घर में एक पूजा का स्थान बनाया हुआ है वहां पर तांत्रिक ने उसे लड़की के अंदर भूत का वास होने का हवाला देकर लड़की को परेशान करने की बात बताई तो उसका परिवार सदमे में आ गया और अपनी लाडली के जल्दी स्वस्थ होने के लिए भगवान से प्रार्थना करने लगा।तांत्रिक द्वारा उसके घर में बनाए पूजा का स्थान पर आग जलाकर उसके लोहे की राड़ द्वारा दोनों पैरों में और हाथ पर दागा, जिसके कारण लड़की बेहोश हो गई। इस दौरान लड़की के मुंह पर जोरदार मारी भी की गई जिसके निशान अब भी उसके शरीर पर दिखाई दे रहे है। पीड़िता के पिता ने बताया कि देवीसिंह नाम का एक तांत्रिक उसके गांव में रहता है जहां घर की अनपढ़ महिलाएं उसे तांत्रिक के चक्कर में आ गई और तांत्रिक ने घर की महिलाओं को अपने झांसे में लेकर उसकी बेटी में किसी आत्मा का वास होने का लेकर इतना डरा दिया कि वह उससे आगे कुछ सोच भी नहीं सके।

पीड़िता के पिता ने बताया कि तांत्रिक द्वारा अपनी मासूम बेटी के पैरों में जलने के निशान देखने के बाद व्यक्ति इसी तरह गाड़ी में डालकर अपनी बेटी को नोखा की जिला अस्पताल लाया जहां डॉक्टर ने उसका उपचार शुरू किया है। नोखा की जिला अस्पताल में भर्ती लड़की के दोनों पैरों में डॉक्टरों द्वारा प्लास्टर करके उसके घावों को भरने का काम शुरू किया गया है वही लड़की के दाहिने हाथ पर भी चलने के चोट के निशान है वही उसके आंखों के नीचे भी चोट के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं।गुरुवार को गांव के पूर्व सरपंच रेवंतराम राहड़, हिमताराम, चाचा मनोज महाराज सहित अनेक ग्रामीण लड़की की स्वास्थ्य की जानकारी लेने जिला अस्पताल पहुंचे।पीड़िता के पिता ने पांचू थाने में अपनी मासूम बेटी के साथ तांत्रिक द्वारा अमानवीय व्यवहार करने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।