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स्वाइन फ्लू का कहर: निजी अस्पतालों के वार्ड भरे हुए, बचाव के लिए सावधानियां जरूरी

The Bikaner Times –बीकानेर । मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव के कारण जिले में स्वाइन फ्लू तेजी से फैल रहा है। शनिवार को हुई सैंपलों की जांच में एक साथ 12 केस पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं। इन्हें मिलाकर इस महीने के 24 दिन में कुल 30 रोगी रिपोर्ट हो चुके हैं। एक रोगी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्हें पीबीएम हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती किया गया है।
पीबीएम हॉस्पिटल में 17 फरवरी को स्वाइन फ्लू के एक साथ 13 रोगी पॉजिटिव आए थे। उसके बाद 19 फरवरी को तीन और 24 फरवरी की जांच में 12 केस पॉजिटिव आए हैं। इस महीने पॉजिटिव का आंकड़ा 30 तक जा पहुंचा है। इसमें दो केस शुरुआत के हैं। श्रीडूंगरगढ़ निवासी 70 वर्षीय रोगी की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में रखा गया है। पीबीएम में यह एक ही मरीज भर्ती है। बाकी सभी घरों में आइसोलेट हैं। 12 में से छह रोगी श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, रामपुरा बस्ती, मरुधरा नगर के रहने वाले हैं। बाकी छह चूरू जिले के हैं। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. लोकेश गुप्ता ने बताया कि जिले के सभी रोगियों के यहां सर्वे के लिए टीम भेजी जा चुकी है। सभी रोगियों को दवाओं के किट दिए गए हैं। उन्होंने
बचाव के लिए यह करें
मास्क पहनें, हाथों को बार-बार धोएं, सेनेटाइजर रखें, मरीज से दूरी बना कर रखें, भीड़ वाले स्थानों पर ना जाएं, यदि बुखार, खांसी या जुकाम है तो शादियों में ना जाएं, यात्रा ना करें।
एक्सपर्ट व्यू : सात दिन
का प्रोटोकॉल जरूरी
पीबीएम हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कुमार वर्मा का कहना है कि इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस यानी आईएलआई के लक्षण दिखाई देने पर सात दिन का प्रोटोकॉल जरूरी है। तत्काल नजदीक के डॉक्टर को दिखाएं।
बताया कि पीबीएम में एक साथ सैंपल लगाते हैं। रिपोर्ट आने तक रोगी लगभग ठीक हो जाते हैं।