
The Bikaner Times -श्रीकोलायत. अक्कासर गांव से एक ट्रक चालक का अपहरण कर मारपीट करने के बाद रोही में फेंकने को लेकर चालक के परिजनों, ग्रामीणों व ट्रक चालकों ने गजनेर थाने के आगे विरोध प्रदर्शन किया। थाने का घेराव कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे प्रदर्शनकारी और ज्यादा आक्रोशित हो गए। विवाद रॉयल्टी की अवैध वसूली का विरोध करने पर चालक से मारपीट करने से पैदा हुआ होने के आरोप लगे है। जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात चालक चैनाराम के ट्रक को जीप में आए पांच-छह लोगों ने रुकवाया और कांच फोड़ दिए। उसे जबरन ट्रक से उतारा और जीप में डालकर ले गए। इसके बाद चैनाराम को बुरी तरह पीटा और रोही में फेंककर आरोपी फरार हो गए। इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर चालक के परिजन, ग्रामीण, ट्रक मालिक व चालक गजनेर थाने के आगे गुरुवार को धरना-प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन के दौरान प्रभुराम गोदारा ने वारदात में रॉयल्टी ठेकेदार और उसके कार्मिकों का हाथ होने के आरोप लगाए है। छह जनों को पकड़ा तो भडक़े प्रदर्शनकारी थाने के समक्ष प्रदर्शन की सूचना पर श्रीकोलायत, बज्जू, रणजीतपुरा व हदां थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस अधिकारियों के समझाइश के बावजूद सडक़ से नहीं हटने पर पुलिस ने प्रभुराम गोदारा समेत छह जनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए और गजनेर थाने के सामने धरने पर बैठ गए। इस पर पुलिस ने उन्हें खदेडऩे के लिए हल्का बल प्रयोग किया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी की जब तक मांगें नहीं मानी जाएगी, आंदोलन जारी रहेगा। यह है मांगें गजनेर थानाधिकारी को सस्पेंड किया जाए। ट्रक चालकों पर दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए। डीजीटी रॉयल्टी कार्मिकों पर दर्ज मुकदमों का जिले से बाहर के अधिकारी से अनुसंधान करवाया जाए। गजनेर थाने में गिरफ्तार ट्रक चालकों को तुरंत रिहा किया जाए। ट्रक चालकों व रॉयल्टी कर्मचारियों में आपसी विवाद है। दोनों पक्षों का झगड़ा हुआ। इस संबंध में गजनेर थाने में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस पूछताछ के लिए दो-तीन जनों को थाने लाई, इसके विरोध में कुछ लोग प्रदर्शन करने लगे। स्टेट हाईवे जाम कर दिया। पुलिस ने समझाइश कर जाम खुलवाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। तब पुलिस ने छह जनों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारी पुलिस से उलझे तो हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
दीपक शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक