The Bikaner Times – रोडवेज बस में चेकिंग के दौरान बगैर टिकट मिले यात्री, दो कर्मचारियों को किया निलंबित…
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (रोडवेज) अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों और इस लापरवाही में शामिल कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है। हाल ही में बीकानेर आगार के दो कंडक्टरों को निलंबित किया गया है और उनके मुख्यालय बदले गए हैं। यह कार्रवाई नागौर आगार की एक बस में 47 यात्रियों के बिना टिकट पाए जाने के बाद चेकिंग अभियान के तहत की गई। बीकानेर आगार की चीफ मैनेजर इंदिरा गोदारा ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर नियमित रूप से बसों की चेकिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिना टिकट यात्रा से होने वाले वित्तीय नुकसान को रोकने और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यालय ने सभी आगार प्रबंधकों को बसों की चेकिंग के लिए टारगेट भी दिए हैं। कर्मचारियों पर कार्रवाई का प्रभाव इस मामले में बीकानेर आगार के दो कंडक्टरों को निलंबित कर उनके मुख्यालय बदल दिए गए हैं। इंदिरा गोदारा ने बताया कि यदि चेकिंग में लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ भी कार्रवाई का प्रावधान है। यह कदम निगम के कार्मिकों को अधिक जिम्मेदार बनाने और यात्रियों को समय पर टिकट देने के लिए प्रेरित करेगा।
वित्तीय स्थिति में सुधार की उम्मीद : बिना टिकट यात्रियों से हो रहे नुकसान को रोकने के लिए चेकिंग अभियान और स ती के उपायों से रोडवेज की आय में वृद्धि की उ मीद है। नियमित चेकिंग से न केवल टिकट राजस्व बढ़ेगा, बल्कि कर्मचारियों में अनुशासन भी सुनिश्चित होगा। इस प्रकार, रोडवेज का उद्देश्य अपने संचालन में पारदर्शिता लाना और यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है। रोडवेज मुख्यालय ने आगार प्रबंधकों को नियमित चेकिंग का टारगेट दिया है। इस टारगेट के तहत सभी बसों की बारीकी से जांच की जाएगी। बीकानेर और नागौर के मामले के बाद, चेकिंग प्रक्रिया को और स त किया गया है। यह पहल न केवल रोडवेज की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी, बल्कि कर्मचारियों के कार्य प्रदर्शन में सुधार लाने का भी प्रयास है। इस तरह की कार्रवाई से यात्रियों में भी टिकट खरीदने की जागरूकता बढ़ेगी और निगम की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। रोडवेज का यह स त रुख उसकी आर्थिक स्थिरता और संचालन सुधार की दिशा में एक अहम कदम है।