चुनाव में गाड़ी लगाने को लेकर मारामारी,74 की जगह 400 लाइन में,देखें पूरी खबर

The Bikaner Times –चुनाव में गाड़ी लगाने को लेकर मारामारी,74 की जगह 400 लाइन में,देखें पूरी खबर

बीकानेर ट्रैवल्स कारोबार में मंदी का दौर चल रहा है। होळका में मांगलिक कार्य बंद है। निजी यात्राएं भी नहीं हो रही है। ऐसे में ट्रैवल्स कारोबार से जुड़े लोगों ने अपने व्हीकल को चुनावी प्रक्रिया में लगाने की पूरी ताकत झोंक दी। इसका इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी के यातायात प्रकोष्ठ को 74 गाड़ियों की जरूरत थी। जिसकी एवज में 400 ट्रैवल्स एजेंट और निजी वाहन चालक अपने-अपने वाहन लेकर रथखाना कॉलोनी स्थित पुराने आरटीओ ऑफिस के यातायात प्रकोष्ठ पहुंच गए।

आखिरकार प्रकोष्ठ के अधिकारियों को टैक्सी परमिट की गाड़ियों का अधिग्रहण करना पड़ा। इसके अलावा निजी वाहन चालकों की गाड़ियां नहीं ली गई। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही यातायात प्रकोष्ठ में शामिल अधिकारी गाड़ियों का अधिग्रहण करना शुरू कर देते हैं। लेकिन इस वर्ष मंदी के कारण गाड़ियों का अधिग्रहण करने की जरूरत ही नहीं पड़ी। वाहन मालिक स्वयं अपनी-अपनी गाड़ियों का अधिग्रहण करवाने के लिए पहुंचने लगे।

इस वर्ष अप्रैल में वैवाहिक सावे भी पिछले वर्ष की तुलना में कम है। 40 से 50 हजार रुपए किराया मिलेगा। लोकसभा चुनाव में अधिग्रहित वाहन मालिक को किराए के तौर पर करीब 40 से 50 हजार रुपए मिलेंगे। अधिग्रहित किए जाने वाले वाहन को प्रतिदिन के हिसाब से करीब 1325 रुपए मिलते हैं। इसमें भी मिलने वाले किराए की राशि वाहन अनुसार बढ़ती रहती है। बुधवार को एईईओ के लिए 11 तथा एसएसटी के लिए 63 गाड़ियां अधिग्रहित की गई थी।