
The Bikaner Times – 9 दिन की मशक्कत के बाद चेतना को निकाला गया, मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल
आखिर कर आज बोरवेल से चेतना को रेस्क्यू टीम ने 9 दिनों की मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया है। लेकिन रेस्क्यू में अधिक समय लगने के कारण चेतना को बचाया नहीं जा सका। बालिका की मां को इस बात की आशंका थी कि शायद उनकी लाडली जीवित नहीं रही। वह 9 दिनों से बोरवेल में भूखे-प्यासे फंसी रही। मां और पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजन लगातार उनका ढाढस बंधा रहे हैं।
गांव की आंखें भी नम है। पूरा गांव इंतजार करता रहा कि चेतना को अब निकाल लिया जाएगा। लेकिन इंतजार लंबा होता गया। 9 दिनों बाद बालिका को रेस्क्यू किया जा सका लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान टीम को कई कारणों से रेस्क्यू में बाधा आई। जिसके कारण रेस्क्यू में देरी हुई।