The Bikaner Times – फांसी पर लटके युवक के मामले में हत्या का शक, पुलिस कर रही जांच…
अनूपगढ़ जिले के समेजा कोठी थाना क्षेत्र के गांव 5 केएसडी निवासी एक युवक का शव फंदे से लटका मिला। मामले में मृतक के भाई की रिपोर्ट के आधार पर मर्ग दर्ज कर ली, लेकिन कुछ ही देर बाद मृतक के परिजनों की तरफ से मृतक के दोस्त और मृतक की पत्नी पर हत्या का संदेह जताया तो पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। लेकिन परिजनों की तरफ से शव लेने से इनकार कर दिया और हत्या का मामला दर्ज करने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़ गए। मृतक युवक रामेश्वर उर्फ लाली मूलतः समेजा कोठी थाना क्षेत्र के गांव 5 केएसडी का रहने वाला है। हाल ही में वह अनूपगढ़ के शारदा स्कूल के सामने एक घर में अपनी पत्नी के साथ किराए पर रह रहा था।
गुरुवार सुबह मकान मालिक लखविंदर सिंह को उस घर में से बदबू आई। जिसकी सूचना उसने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घर का दरवाजा खोला तो घर के एक कमरे में रामेश्वर उर्फ लाली का शव लटकता हुआ मिला। नीचे जमीन पर खून भी बिखरा हुआ था। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। सूचना पर मृतक का भाई मौके पर पहुंचा और पुलिस को रिपोर्ट दी। पुलिस द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर मर्ग दर्ज कर ली गई।पुलिस ने परिजनों की लिखित रिपोर्ट के आधार पर शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर पोस्टमॉर्टम करवाने लगे तो इसी दौरान मृतक के पिता तथा अन्यों ने हत्या का संदेह जताया। जिस पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाने शाम को जब पुलिस ने शव की सुपुर्दगी दी तो परिजनों ने दिए गए परिवाद पर हत्या के आरोप का मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी तक शव लेने से इनकार कर दिया।इस मामले में पहले मृतक के बड़े भाई रायसाहब पुत्र मोहनलाल निवासी चक 5 केएसडी पुलिस थाना समेजा कोठी ने पुलिस को लिखवाया कि उसका छोटा भाई रामेश्वरलाल उर्फ लाली (25) करीबन 2 महीने से बाहर रहता था। उसकी पत्नी सुनीता भी उसके साथ रहती थी। उनके एक बच्ची उम्र 3 वर्ष की है। गुरुवार सुबह सूचना मिलने पर वह व उसके पिता व परिवार के सदस्य लखविन्द्र सिंह के मकान में बने कमरे में गए तो उसके भाई रामेश्वरलाल उर्फ लाली की लाश पंखे से लटकी हुई थी व बदबू आ रही थी। शव के नीचे फर्श पर खून जमा था।
हत्या का फांसी पर लटकाने का संदेह
वहीं बाद में मृतक के पिता मोहनलाल पुत्र लूणाराम ने पुलिस को परिवाद दिया कि उसके बेटे ने अपनी मर्जी से छत्तीसगढ़ की सुनीता के साथ विवाह किया था। रायसिंहनगर में किराये पर मकान लेकर रहता था। परिवाद में एक व्यक्ति को नामजद करते हुए कहा कि लाली उर्फ रामेश्वर और अन्य दोनों ब्लैक का काम करते थे। उसके बाद वह लाली उर्फ रामेश्वर की 4 साल सजा भुगतने के बाद जमानत करवाकर लाया था। नामजद आरोपी ने 28 सितंबर को लाली उर्फ रामेश्वर को फोन करके अनूपगढ़ में बुला लिया तथा अनूपगढ में उसका पुत्र शारदा स्कूल के पास कमरा लेकर पत्नी सुनीता के रहने लगा। उसके बाद उसके पुत्र ने अपनी माता को 14 अक्टूबर को फोन करके बताया कि वह अपनी पत्नी को बीकानेर चढाने जा रहा हूं, उसके बाद घर आउगा। उसके बाद से आज तक उसके बेटे का फोन स्विच ऑफ आ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी तथा उसके पुत्र की पत्नी सुनीता दोनों मिले हुए थे। जिन्होंने लाली उर्फ रामेश्वर को जान से मार दिया और आत्महत्या का नाम देने के लिए शव फांसी पर लटका दिया जबकि मेरे पुत्र को आरोपी व सुनीता ने जान से मारा है।